भगवान गणेश को “विघ्नहर्ता” और “सिद्धि-बुद्धि के दाता” कहा गया है। उनकी सेवा और उपासना से जीवन में हर क्षेत्र में सफलता मिलती है। इसलिए वे “सर्वप्रथम पूज्य” और “विघ्नहर्ता” कहलाते हैं। भगवान श्री गणेश के मंत्रो का नित्य जाप करने से समस्त विघ्न-बाधाये स्वतः ही समाप्त हो जाती है ।
श्री गणेश जी के प्रमुख मंत्र
1. बीज मंत्र
👉 “ॐ गं गणपतये नमः ॥”
यह विघ्नों का नाश करता है और कार्यों में सफलता प्रदान करता है।
2. वक्रतुंड मंत्र (प्रार्थना मंत्र)
👉 “वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभः ।
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा ॥”
कार्य प्रारंभ करने से पहले बोला जाने वाला मंत्र। इससे हर कार्य बिना बाधा के सिद्ध होता है।
3. गणेश गायत्री मंत्र
👉 “ॐ एकदन्ताय विद्महे । वक्रतुण्डाय धीमहि । तन्नो दंती प्रचोदयात् ॥”
यह ज्ञान, बुद्धि और स्मरणशक्ति प्रदान करता है। विद्यार्थी और साधक इसे नित्य जप सकते हैं।
4. सिद्धि विनायक मंत्र
👉 “ॐ सिद्धि विनायकाय नमः ॥”
यह मंत्र सिद्धि और सफलता देता है। जीवन के हर क्षेत्र में समृद्धि और उपलब्धियाँ बढ़ती हैं।
5. गणेश शक्ति मंत्र
👉 “ॐ गं ह्रीं क्लीं ग्लौं गणपतये वर वरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा ॥”
यह एक शक्ति मंत्र है। इससे आत्मबल, आकर्षण और सफलता मिलती है।
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